2 स्ट्रोक इंजन क्या है 

        2 स्ट्रोक इंजन में केवल हवा इनलेट वाल्व से  सिलेंडर के अंदर जाता हैऔर पिस्टन निचे की ओर जाता है कम्प्रेशन होने के कारन हवा गर्म होता है जिससे सिलेंडर में लगे इंजेक्टर फ्यूल को सिलेंडर में स्प्रे करता है  जिसे २स्ट्रोक कहते है।  

2 स्ट्रोक इंजन क्या है


 2 स्ट्रोक इंजन के भाग 

उपवार्ड स्ट्रोक 

        उपवर्ड स्ट्रोक ऊपर की तरफ लगता है जिसमे दो प्रॉसेस होते है  

  • Suction / Intake 
  • Compression of fuel 
डौनवार्ड स्ट्रोक 

        डौनवार्ड स्ट्रोक नीचे की तरफ लगता है जिसमे दो प्रॉसेस होते है  

  • Power / Expansion  
  • Exhaust 
 2 स्ट्रोक इंजन के कार्य  (Working ) 

        2 स्ट्रोक इंजन एक साधारण मशीन है जो दो चरणों में पूरा होती है इसमें सबसे पहले पिस्टन और सिलेंडर के बिच मे कार्य होता है पिस्टन TDC से BDC तक ऊपर निचे जाता है जिससे क्रैंक शाफ़्ट घूर्णन गति करने लगता है 
          इसका पहला चरण को सक्शन या इनटेक कहा जाता है २स्ट्रोक इंजन में पिस्टन के निचे जाने से इनलेट वाल्व खुलता है और हवा सिलेंडर में पूरा भरता है।  
2 स्ट्रोक इंजन के कार्य


        इसके दूसरे चरण में जैसे ही पिस्टन कम्प्रेस के लिए ऊपर जाता है इसके निचे का हिस्सा क्रैंक केस में वैक्यूम के द्वारा इन्टेक वाल्व से हवा आता है जिससे कम्प्रेस करके हवा को सिलेंडर में ही गर्म  है। 
        2 स्ट्रोक इंजन का कार्य दो चरणों में पूरा हो जाता है और से प्रोसेस बार बार चलता रहत है जिससे इंजन फ्लो में रहता है और अपना अस्तित्व बनाये रखता है इससे इंजन को मजबूत बनाने के लिए मदद मिलता है। 
        यह इंजन बाकि इंजन से ज्यादा शक्ति साली और पावरफुल होते है इस इंजन का उपयोग बड़े बड़े समुद्री जहाजों और ट्रेनों में भी किया जाता है  
        बड़े बड़े ट्रक व्हीकल और कर में भी इसका प्रयोग किया जाता है ये इंजन में सुद्ध हवा का प्रयोग होता है जिससे कोई परेशानी न हो।  
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